18 दिसम्बर 2010 का गौरवशाली दिन
दुनिया भर में इसलिए याद किया जायेगा क्योंकि इस दिन से
जी हाँ ! हज़ारों हज़ारों सन्नारियों की उपस्थिति और जीतो प्रेरक
गणीवर्य परम पूज्य श्री नयपद्मसागर जी महाराज साहेब एवं परम
पूज्य साध्वीजी मयनाश्री के पावन सान्निध्य में चेन्नई का जवाहरलाल
नेहरू स्टेडियम शनिवार, 18 दिसम्बर 2010 की शाम " happy woman -
happy world " के गगनभेदी उदघोष से गूंज उठा और "नारी आनन्द
महोत्सव" के रूप में एक ऐसे विराट आयोजन का श्रीगणेश हुआ जिसमे
दुनिया के इतिहास में पहली बार 'ख़ुशहाल नारी दिवस' की स्थापना हुई .
चेन्नई के कविहृदय समाज सेवक और प्रतिष्ठित उद्योगपति श्री गौतम
डी. जैन द्वारा अपने पिताश्री की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर इतना
बड़ा आयोजन कर के समूची दुनिया को ये सन्देश दिया है कि अब
नारी का तिरस्कार नहीं होगा, न ही शोषण बर्दाश्त होगा . अपितु नारी
का सम्मान, स्वाभिमान और गोरव बनाये रखने के लिए उसे और
संरक्षण तथा सम्बल दे कर आत्म निर्भर बनाया जायेगा .
विस्तृत समाचार अगली पोस्ट में पढ़िए
bahut bahut badhaai gautam ji jain saheb !
ReplyDeleteaapka prayaas yashasvi ho, aisi meri haardik shubhkaamna hai
Aap ke nek karya ke liye bahut bahut badhaai ho Gautam ji!...anek shubh-kamnayen!
ReplyDeleteaapka swagat hai
ReplyDelete